यह न्यूज़ सुनने के लिए इमेज के निचे के बटन को दबाये
लखनऊ, 4 जुलाई: उत्तर प्रदेश सरकार सूबे के गन्ना किसानों और चीनी मिलों के बीच सतत संवाद तंत्र विकसित कर उनसे जुडे मुद्दों का समयानुकल समाधान करने के लिए गंभीरता से काम कर ही है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ लखनऊ में जिलाधिकारियों से विडियो कॉंन्फ्रेंसिग के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि गन्ना और चीनी उद्योग उत्तर प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ है इसलिए नीति आयोग द्वारा विभागों के पुनर्गठन सुझावों के अमल के तहत नए विभाग बनाने का जो काम चल रहा है उसमें कृषि विभाग से संबंध होने वाले विभागों में गन्ना विकास और चीनी उद्योग को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विषय पर हाल ही में हुई मंत्रिमडल की बैठक में रूटमैप भी बना लिया गया है। अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन हो गया है जो विभागों के पुर्नगठन के प्रस्ताव का गहराई से अध्ययन कर रही है। करीब 100 विभागों को समायोजित कर 57 विभाग नव श्रृजिक किए जाएँगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि और किसानों पर राज्य सरकार का खास ध्यान है इसलिए नए विभागों में कृषि से जुडे विभागों के समायोजन पर गंभीरता से चिंतन मनन हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग को कृषि विभाग के अन्तगर्त रखने पर सहमति बनी है। चीनी मिलों से जुडे मामलों को देखने के लिए विशेष कार्यदल बनेगा जो गन्ना पैराई सत्र के दौरान मिलों से लगातार समन्वय रखेगा ताकि गन्ना किसानों को होने वाली समस्याओं के त्वरित समाधान हो और चीनी मिलों को होने वाले नुकसान को कम से कम क़िया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पॉलिसी में विभाग के तहत नई चीनी मिल लगाने वाले उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया जाएगा जहां एक ही जगह सभी तरह की फोर्मल्टिज पूरी हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते दिनों उद्योगिक निवेशक सम्मेलन में चीनी उद्योग से जुडे उद्यमियों ने जो सुझाव दिए थे उनको ध्यान में रख कर नए विभागों के श्रृजम में वरीयता दी जा रही है। ताकि जहां चीनी मिल की जरूरत है वहां नीजि सेक्टर के सहयोग से नई चीनी मिलें लगाने का वातावरण तैयार हो। सिेगल विंडो सिस्टम से चीनी उद्योग से जुडे उद्यमी आगे आएंगे तो क्षेत्र में रोजगार और युवाओं के लिए काम के अवसर बढेंगे साथ ही गन्ना किसानों को भी अपने गावं के नजदीक ही चीनी मिल लगने से गन्ना परिवहन की समस्या से निजात मिलेगी और समय पर उनको गन्ने का वाजिब मूल्य भी मिलेगा।
Hme sugar Mill lgane ke liye kitne paiso ki avsakta hogi
Sugar mill lagane ke liye kitne ruppee ki abasakta hogy
Sugar mill ke liyee zameen kaha par Lee