महाराष्ट्र में चीनी मिलों द्वारा अब तेजी से पेराई सत्र बंद होना शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में कोल्हापुर और नागपुर विभाग के बाद अब सोलापुर विभाग में भी चीनी मिलों ने पेराई सत्र बंद करना शुरू कर दिया है। कुछ दिनों में बाकी विभाग की मिलें भी अपना संचालन बंद करना शुरू कर देगी।
महाराष्ट्र के चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, 20 मार्च 2022 तक राज्य में 18 चीनी मिलों ने पेराई सत्र बंद कर दिया है। फिलहाल कोल्हापुर विभाग से 14 चीनी मिल बंद हुई है, नागपुर विभाग में एक चीनी मिल बंद हुई है और सोलापुर विभाग में 3 चीनी मिलें बंद हुई है।
चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, सीजन 2021-22 में 20 मार्च, 2022 तक महाराष्ट्र में कुल मिलाकर 197 चीनी मिलों ने पेराई में हिस्सा लिया। जिसमे 98 सहकारी एवं 99 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 1072.58 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। राज्य में अब तक 1111.64 लाख क्विंटल (111 लाख टन) चीनी का उत्पादन किया गया है। राज्य में फ़िलहाल औसत चीनी रिकवरी 10.36 प्रतिशत है।
आपको बता दे, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमानों में अनुमानित 117 लाख टन के मुकाबले महाराष्ट्र के लिए 2021-22 सीजन के लिए अपने चीनी उत्पादन अनुमान को 126 लाख टन (एथेनॉल में बदलने के बाद) संशोधित किया है।