लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चीनी मिलें वर्त्तमान पेराई सीजन में अपने अंतिम चरण में है। फिलहाल राज्य में चीनी मिलों ने पिछले सीजन के मुकाबले कम उत्पादन किया है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) के अनुसार, 2021-22 सीजन के दौरान 28 फरवरी 2022 तक, उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 112 चीनी मिलें चालू है, जबकि 8 मिलों ने अपना पेराई कार्य बंद कर दिया है, उनमें से अधिकांश पूर्वी यूपी की हैं। राज्य में इन मिलों ने 28 फरवरी, 2022 तक 68.64 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि 28 फरवरी, 2021 को समान संख्या में मिलों द्वारा उत्पादित 74.20 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया था। हालांकि, पिछले साल 11 मिलों ने इसी तारीख को अपना पेराई कार्य पूरा कर लिया था।
चीनी उत्पादन 333 लाख टन होने की उम्मीद
‘ISMA’ ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमानों में अनुमानित 117 लाख टन के मुकाबले महाराष्ट्र के लिए 2021-22 सीजन के लिए अपने चीनी उत्पादन अनुमान को 126 लाख टन (एथेनॉल में बदलने के बाद) संशोधित किया है। इसी तरह, कर्नाटक में अब 55 लाख टन (एथेनॉल में डायवर्जन के बाद) उत्पादन होने की उम्मीद है। हालांकि, यूपी सहित अन्य राज्यों में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है, और उनसे 152 लाख टन चीनी (एथेनॉल में डायवर्जन के बाद) का उत्पादन होने की उम्मीद है। इसलिए 2021-22 सीजन में भारतीय चीनी उत्पादन 333 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि 34 लाख टन चीनी को एथेनॉल उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जायेगा।