देश भर में चीनी मिलें पूरी क्षमता के साथ शुरू हो चुकी है। लेकिन उत्तर प्रदेश में अब तक पिछले सीजन के मुकाबले कम चीनी उत्पादन हुआ है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 30 नवंबर तक 101 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थीं और अब तक 10.39 लाख टन चीनी का उत्पादन कर चुकी हैं। पिछले साल नवंबर 2020 के अंत तक उत्तर प्रदेश में 111 चीनी मिलें पेराई कर रही थीं, जिन्होंने 12.65 लाख टन उत्पादन किया था।
वही देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक महाराष्ट्र में अब तक पिछले सीजन के मुकाबले ज्यादा चीनी उत्पादन हुआ है। ISMA के मुताबिक, महाराष्ट्र में, 172 चीनी मिलों ने 30 नवंबर 2021 तक पेराई का काम शुरू कर दिया है, जबकि पिछले साल की इसी तारीख को 158 चीनी मिलों का संचालन हुआ था। 30 नवंबर 2021 तक, राज्य में चीनी का उत्पादन 20.34 लाख टन था, जबकि 30 नवंबर 2020 तक राज्य में 15.79 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। महाराष्ट्र में पहले पेराई की शुरुआत और गन्ने की उच्च उपलब्धता के कारण सबसे ज्यादाचीनी उत्पादन हुआ है।
इसका सबसे बड़ा कारण है कि बजाज हिन्दुस्तान चीनी मिल गोल गोकरननाथ लखिमपिर खीरी उप्र.3 दिसंबर से बंद पड़ा है ।क्योंकि उसने पिछले सत्र 2020-21का भुगतान नहीं किया है।और नए सत्र का 1 महीना पेराई भी कर चुका है ।