तायपेई (ताइवान) : दुनियाभर में चल रहे COVID-19 महामारी ने सर्जिकल मास्क और रबिंग अल्कोहल (Rubbing alcohol) सहित कई रोग निरोधक उत्पादों की मांग को बढ़ा दिया है। इससे चीनी में भी हलचल देखी जा रही है, क्योंकि चीनी का उपयोग शराब का उत्पादन करने के लिए किया जाता है। शराब की बढ़ती मांग से चीनी के दाम में बढ़ोतरी हुई है। ताइतुंग काउंटी के कृषि क्षेत्र के एक अधिकारी ने चीनी की कीमत में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है। यहाँ शराब और चिली सॉस सहित कई खाद्य उत्पादों के उत्पादन में चीनी एक महत्वपूर्ण घटक है।
COVID-19 के प्रकोप के बाद से, आइसोप्रोपिल अल्कोहल के उत्पादन में बड़ी मात्रा में चीनी का उपयोग किया गया है, जो एक रोगाणुरोधी कीटाणुनाशक है। इस बदलाव से अन्य उत्पादों को बनाने में कमी हुई है, और वाणिज्यिक चीनी की कीमत में 10% की वृद्धि हुई है। अधिकारी ने कहा कि, कुछ खाद्य निर्माताओं ने आगे की कमी के डर से चीनी की जमाखोरी शुरू कर दी है। ताइवान शुगर कॉर्पोरेशन ने कहा कि, उन्होंने अपने वाणिज्यिक चीनी की कीमत वैश्विक कीमतों के अनुरूप रखी है। कंपनी ने यह भी कहा कि, जनता को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह भविष्य में खुदरा चीनी की कीमत को स्थिर बनाए रखेगा।
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