सोलापुर: जिले में पेराई सीजन शुरू होकर एक माह बीत गया है, बावजूद इसके कई चीनी मिलों ने अभी तक एफआरपी दरों की घोषणा नही की है। इसके कारण गन्ना किसानों में चिंता का माहोल बना हुआ है। इसी बीच गन्ने का वजन घटने की चिंता से जितनी जल्दी हो सके किसान अपने गन्ने को पेराई के लिए भेजने पर काम कर रहे है। ऐसी स्थिति में उन्हें मजदूरों की कमी का सामना भी करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है की ग्यारह से बारह माह पुराने गन्ने का वजन घट रहा है, जिसके कारण वे चिंतित है। गन्ने का वजन घटने से उनको नुकसान हो सकता है।
जिले के करमाला तालुका के उजनी लाभक्षेत्र से उच्च गुणवत्तावाला गन्ना बारामती एग्रो, अम्बालिका शुगर्स, भैरवनाथ शुगर्स, कमलाइ, मकाई मिल को भेजा जाता है। अभी गन्ना कटाई गति धीमी हुई है, क्योंकि इस सीजन में गन्ना श्रमिकों की संख्या भी कम हुई है। इन सभी समस्याओं का सामना करते करते पेराई सीजन आगे बढ़ रहा है, लेकिन एफआरपी दरों की घोषणा नही होने से किसान चिंतित है।