मनीला: फिलीपींस के चीनी नियामक प्रशासन (एसआरए) बोर्ड से जुड़े चीनी उत्पादकों और मिलरों ने कहा कि संस्था के प्रशासक ने फूड प्रोसेसरों को चीनी आयात करने की अनुमति देने से पहले उनसे कोई सलाह नहीं ली।
बता दें कि फिलीपींस में चीनी की बढती कीमतों से परेशान खाद्य पदार्थ उत्पादक घरेलू कीमतें कम करने के लिए काफी दिनों से सरकार से चीनी आयात करने की अनुमति मांग रहे थे। पिछले दिनों एसआरए के प्रशासक ने फूड प्रोसेसर्स को आयात की अनुमति देने संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिससे बोर्ड सदस्यों में विवाद छिड़ गया। बोर्ड से जुड़े चीनी उत्पादकों के प्रतिनिधि एमिलियो बर्नार्डिनो एल. यूलो और मिलरों के प्रतिनिधि रोलैंड बी. बेल्ट्रान ने गुरुवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि एसआरए प्रशासक हर्मनगिल्डो आर. सेराफिका स्पष्ट करें कि उक्त समझौता उनकी निजी पसंद से हुआ है, अन्य सदस्यों की मर्जी से नहीं जिसे इस बारे में कुछ पता नहीं था। उन्होंने कहा कि चीनी आयात और मूल्य तय करने की योजना पर बोर्ड से कोई परामर्श नहीं लिया गया।
इस बीच, व्यापार सचिव रैमन एम. लोपेज ने बयान दिया कि उन्होंने ही एसआरए से कहा था कि यदि घरेलू कीमतें 1,900 पेसो प्रति 50 किलो से ज्यादा हों, तो वे फूड प्रोसेसर्स को चीनी आयात करने की अनुमति दे दें। सरकार मानती है कि घरेलू चीनी की ऊंची कीमत से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मे प्रगति कम हो रही है। वित्त विभाग ने सितंबर 2019 में चीनी आयात का प्रस्ताव रखा था, जो इस समय देश के चीनी उद्योग में विवाद की जड़ बना हुआ है। उधर, सेराफिका ने भी लोपेज के बयान की तस्दीक करते हुए कहा कि दोनों के बीच इस विषय पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ था, जिसके बाद ही उन्होंने उक्त समझौते पर हस्ताक्षर किये।
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