पलवल, हरियाणा: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) से जुड़े किसानों ने चेतावनी दी है कि, अगर 8 नवंबर तक पलवल में सहकारी चीनी मिल का संचालन शुरू नहीं किया गया तो वे आंदोलन शुरू करेंगे। पेराई में देरी से क्षेत्र के गन्ना उत्पादकों को नुकसान होने का दावा किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि, पिछले सीजन में भी यही समस्या आई थी, जब मिल ने खराब प्रबंधन के कारण दिसंबर के पहले सप्ताह में परिचालन शुरू किया था। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी 8 नवंबर तक परिचालन शुरू करने में विफल रहते हैं तो किसान संगठन 9 नवंबर से आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि, मिल, जिसका उद्घाटन पिछले साल 2 दिसंबर को हुआ था, शुरुआती बाधाओं के बाद 5 दिसंबर से काम शुरू हुआ। बीकेयू की जिला इकाई के रतन सिंह सोरोत ने कहा कि, चीनी मिल को हर साल नवंबर के पहले सप्ताह तक परिचालन शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है। उन्होंने कहा कि, पेराई में देरी से फसल का वजन कम हो सकता है, इससे उत्पादक को नुकसान होगा। चीनी मिल के एमडी शशि वसुंधरा ने कहा, मिल के 15 नवंबर तक परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। लेकिन, रिकवरी स्तर कम से कम नौ होना चाहिए, जो हाल ही में उठाए गए फसल के नमूनों में कम पाया गया था।