पुणे: महाराष्ट्र में चीनी उद्योग त्रस्त है, और अब सरकार उद्योग को राहत देने के लिए मददगार कदम उठाने वैली है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में चीनी उद्योग के सामने कई समस्याएं हैं, जिन्हें सुलझाने के लिए सरकार विशेषज्ञों की समिति का गठन करेगी तथा नीतिगत निर्णय लेते हुए इस बारे में ठोस नीति बनायेगी।
ठाकरे ने बुधवार को यहां मांजरी स्थित वसंतदादा शुगर इन्स्टीट्यूट (वीएसआई) की 43वीं सर्वसाधारण सभा में भाग लिया। सभा में वीएसआई के अध्यक्ष शरद पवार भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के किसानों के हित के लिए चीनी उद्योग के साथ खड़ी है। वीएसआई ने चीनी उद्योग में बहुत योगदान दिया है, जिसके चलते आज चीनी उद्योग के मामले में महाराष्ट्र देश में ऊंचे पायदान पर है। फ़िलहाल इस उद्योग को कई समस्याओं और अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है। इन्हें सुलझाने के लिए राज्य सरकार विशेषज्ञों की समिति गठित कर एक ठोस नीति बनाएगी।
मुख्यमंत्री ने चीनी उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि उद्योग की प्रगति के लिए सरकार के साथ-साथ मिल मालिकों और किसानों को भी एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने मराठवाड़ा में वीएसआई की शाखा शुरू करने के लिए जगह उपलब्ध कराने की बात भी कही। समारोह में वित्त मंत्री जयंत पाटिल, राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात, पूर्व सांसद विजयसिंह मोहिते पाटिल, वीएसआई उपाध्यक्ष दिलीप वलसे-पाटिल, विधायक अजित पवार, हर्षवर्धन पाटिल, इंडियन शुगर इन्स्टीट्यूट के अध्यक्ष रोहित पवार आदि मौजूद थे।
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