मॉस्को: रूस में पिछले एक दशक में चीनी का उत्पादन दोगुना हो गया है और मौसम अनुकूल होने के कारण इस सीजन में भी उत्पादन रिकॉर्ड 20 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। रूस के चीनी निर्माताओं संघ के अनुसार, रिकॉर्ड उत्पादन के कारण चीनी भंडारण की समस्या गंभीर हो गई है। भंडारण कि कोई अन्य व्यवस्था न होने से मिलों को चीनी को खुले आसमान के निचे या अतिरिक्त गोदामों मे चीनी रखने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जो गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाता है।
यूनियन के अध्यक्ष एंड्री बोडिन ने लंदन में एक इंटरनेशनल शुगर ऑर्गनाइजेशन के सेमिनार में एक साक्षात्कार में कहा कि, हमें ऐसा करना होगा क्योंकि हमारे पास भंडारण का कोई अन्य विकल्प ही नहीं है। उन्होंने कहा की, इस चीनी को बाद में फिर से प्रोसेस करनी पड सकती है, क्योंकि हम नहीं जानते कि गुणवत्ता के मुद्दों के कारण कोई खरीदार इस चीनी को कैसे खरीदेगा। रूस के चीनी उद्योग ने हाल के दशकों में एक परिवर्तन देखा है, जो कच्ची चीनी के एक बड़े आयातक से रिकॉर्ड चीनी उत्पादक देश के रूप में हुआ है। फिर भी रूस को निर्यात बाजार में संघर्ष करना पडता है, क्योंकि यह अन्य देशों की तरह प्रसंस्करण में कुशल नहीं है, जिसका अर्थ है कि इसकी लागत अधिक है।
बोडिन ने कहा की इस सीजन में रूसी चीनी का उत्पादन कुल 7.2 मिलियन टन होने का अनुमान है और ज्यादातर पास के देशों में निर्यात केवल 1 मिलियन टन तक पहुंच सकती है।
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