पीलीभीत: अगला पेराई सीजन पास में ही है, ऐसे में अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे है की पेराई सीजन की तैयारियां अच्छे से चले।
बरेली मंडल के उप गन्ना आयुक्त राजीव राय ने जिलें के चीनी मिलों को पेराई सीजन की तैयारियां के निर्देश दिए और उन्होंने सहकारी गन्ना विकास समिति का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद गन्ना अफसरों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की समीक्षा की और दिशा निर्देश दिए।
लाइव हिंदुस्तान डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिले में एलएच चीनी मिल, किसान सहकारी चीनी मिल, किसान सहकारी चीनी मिल और बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल पेराइ की तैयारियों में जुटी है। अगला पेराई सत्र देखते हुए सभी चीनी मिलों में मरम्मत और रखरखाव का कार्य जारी है। गन्ना सर्वेक्षण भी लगभग पूरा हो गया है। निरीक्षण के बाद उप गन्ना आयुक्त ने गन्ना अफसरों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ने पेराई सीजन की तैयारियों को समय रहते पूरा कर लिया जाए। किसानों की समस्याओं का निस्तारण किया जाए।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) के अनुसार, यह अनुमान है की देश में अग्रणी गन्ना उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में गन्ने का रकबा 22.92 लाख हेक्टेयर तक रह सकता है, जबकि सीजन 2109-20 सीजन में 23.21 लाख हेक्टेयर था। 2019-20 सीजन की तुलना में गन्ना क्षेत्र में लगभग 1% की मामूली कमी है। लेकिन 2020-21 में ISMA उपज में मामूली वृद्धि के साथ-साथ चीनी की रिकवरी की भी उम्मीद कर रहा है। 2020-21 सीजन में उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन लगभग 123.06 लाख टन होने का अनुमान है, जो वर्तमान 2019-20 सीजन के 126.45 लाख टन (इथेनॉल में डायवर्जन के बाद) से थोडा कम होगा।
गन्ना खेती का रकबा अधिक होने और मानसून सीजन में अच्छी बारिश के चलते आगामी गन्ना पेराई सीजन 2020-21 के दौरान चीनी का उत्पादन 320 लाख टन होने का अनुमान है।
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