मेरठ: देश के कई राज्यों में टिड्डियों ने कहर बरपाया है, जिससे किसानों में हडकंप मचा हुआ है। बुंदेलखंड और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में बड़े पैमाने पर टिड्डियों के हमले के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को टिड्डियों के हमलों के प्रति सचेत रहने का निर्देश दिया। अब गन्ना विभाग और मवाना शुगर मिल ने किसानों की फसलों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां कर ली है। चीनी मिल ने संबंधित 54 हजार किसानों को एसएमएस से अलर्ट रहने का संदेश दिया है।
टिड्डियों के झुंड ने उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दी है और अब यह ज्यादा नुकसान न पहुचाये इसके लिए तैयारियां की जा रही है। मवाना चीनी मिल के अपर महाप्रबंधक (गन्ना) अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि, टिड्डियां दिल्ली की दहलीज पर दस्तक दे चुकी है। 54 हजार कृषकों को अलर्ट करने को एसएमएस भेजे हैं। 25 टैंकरों की व्यवस्था कर रखी हैं और 25 सौ लीटर दवाइयां उपलब्ध है। मिल कर्मियों द्वारा क्षेत्र में पम्पलेट बांटे जा रहे हैं।
हिंदुस्तान लाइव में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना विभाग ने एक हजार लीटर किलो रोफायरीफॉस व एक हजार लीटर फिफरोनिल गोदाम पर उपलब्ध है, जो चार हजार हेक्टेयर पर छिड़काव के लिए काफी है। क्षेत्र में बांटने के लिए दो हजार पम्पलेट छपवाएं गए है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के पड़ोसी क्षेत्रों से टिड्डियों ने राज्य में प्रवेश किया है, लेकिन अभी तक यूपी में कृषि फसलों को अबतक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
लखनऊ में अपने आधिकारिक निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि, टिड्डियों द्वारा फसल के नुकसान को रोकने के लिए तेजी से उपाय किया जाए और साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए की लोग इससे घबराये नहीं। बुंदेलखंड क्षेत्र सहित झांसी, ललितपुर, आगरा, मथुरा, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, हमीरपुर, महोबा, बांदा, जालौन, चित्रकूट, इटावा और कानपुर देहात आदि कुल 15 जिलों में टिड्डियों के हमले का खतरा है।
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