मुंबई : भारतीय शेयर सूचकांक 2025 की शुरुआत में मजबूत स्थिति में हैं। 1 जनवरी और 2 जनवरी को सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी रही। भारतीय बेंचमार्क सूचकांक 02 जनवरी को बढ़त के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 1,436.30 अंक बढ़कर 79,943.71 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 445.75 अंक बढ़कर 24,188.65 पर बंद हुआ। निफ्टी में सबसे ज्यादा बढ़त बजाज फिनसर्व, आयशर मोटर्स, बजाज फाइनेंस, मारुति सुजुकी, श्रीराम फाइनेंस को मिली, जबकि नुकसान में ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, सन फार्मा शामिल हैं।
बुधवार के 85.64 के बंद के मुकाबले गुरुवार को भारतीय रुपया 9 पैसे गिरकर 85.75 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।विशेषज्ञों ने कहा कि, आगामी तीसरी तिमाही के नतीजों का सत्र अब बाजार की चाल तय करेगा। इसके बाद, बाजार का ध्यान केंद्रीय बजट और ट्रम्प 2.0 प्रशासन के नीतिगत निर्णयों से जुड़ी उम्मीदों पर केंद्रित होने की उम्मीद है। वरिष्ठ बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा, ट्रम्प 2.0 की शुरुआत इस महीने और साल की मुख्य वैश्विक घटना बनी हुई है।
वित्तीय सेवा फर्म जियोजित के हेड इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट गौरांग शाह ने कहा कि, उम्मीद से बेहतर अग्रिम कर संग्रह संख्या, मजबूत जीएसटी संग्रह, कुछ क्षेत्रों के लिए मजबूत तीसरी तिमाही के दृष्टिकोण ने बाजार की धारणा को बढ़ावा दिया। उन्हें आगे कुछ मुनाफावसूली की उम्मीद है। दिसंबर में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह सकल रूप से 1.76 लाख करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 7.3 प्रतिशत की उछाल है। 2024-25 में अब तक कुल जीएसटी संग्रह 9.1 प्रतिशत बढ़कर 16.33 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जबकि 2023 की इसी अवधि में 14.97 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए गए थे।