कम उत्पादन के चलते ब्राजील द्वारा छोड़ी गई जगह को भरते हुए, भारतीय चीनी ने मिस्र के बाजार में अपनी जगह बना ली है। मिस्र दशकों में पहली बार भारत से चीनी खरीद रहा है, क्योंकि इसे अब तक ब्राजील से मंगवाया जा रहा था।
द हिन्दू बिजनेस लाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिस्र अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक फर्मों के माध्यम से भारतीय चीनी प्राप्त कर रहा है। बल्क लॉजिक्स की निदेशक विद्या सागर वीआर ने कहा कि मिस्र भारत से सफेद और कच्ची चीनी खरीद रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, व्यापारिक एजेंसियों द्वारा पिछले महीने मिस्र को कम से कम 15,000 टन का निर्यात किया गया है। ब्राजील में कम उत्पादन और खपत में सुधार के कारण घाटे का सामना कर रहे वैश्विक बाजार में भारतीय चीनी की मांग लगातार बढ रही है। आपूर्ति कम होने की आशंका ने भी चीनी की कीमतों को 57 महीने के उच्च स्तर पर पहुंचा दिया है। आपको बता दे कि, मिस्र के अलावा जिबूती को भी भारतीय चीनी का निर्यात किया जा रहा है। जिबूती से भारतीय चीनी इथियोपिया जाती है। हर महीने कम से कम 25,000-30,000 टन चीनी उस क्षेत्र में जा रही है।