महाराष्ट्र में चीनी मिलों को बड़ी राहत देते हुए राज्य मंत्रिमंडल ने गुरुवार को अतिरिक्त गन्ना पेराई के लिए गन्ना परिवहन और चीनी की रिकवरी में कमी के लिए सब्सिडी को मंजूरी दी। यह कदम आवश्यक था क्योंकि राज्य को अतिरिक्त गन्ने के मद्देनजर चल रहे पेराई सीजन 2021-22 के दौरान चीनी उत्पादन का रिकॉर्ड स्थापित करने की उम्मीद है क्योंकि गन्ने का रकबा इस सीजन बढ़ा हुआ है।
चीनी मिलों ने सब्सिडी की मांग की थी क्योंकि उन पर खड़े गन्ने को काटने और उसे पेराई करने का दबाव है। कैबिनेट के निर्णय के अनुसार, एक चीनी मिल के निर्धारित गन्ने के लिए चीनी आयुक्तालय द्वारा निर्धारित 50 किमी की दूरी को छोड़कर 5 रुपये प्रति किमी परिवहन सब्सिडी दी जाएगी।
इसके अलावा चीनी की रिकवरी 10 फीसदी से कम होने पर सरकार सहकारी और निजी चीनी मिलों को 200 रुपये प्रति टन सब्सिडी देगी। यह एक मई के बाद गन्ने की पेराई के लिए दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री उद्धव बाळासाहेब ठाकरे यांच्या अध्यक्षतेखाली आज झालेल्या मंत्रिमंडळ बैठकीत पुढील निर्णय घेण्यात आले.@Balasaheb_P_Ncp pic.twitter.com/qSgr8SUQey
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 28, 2022
आपको बता दे, महाराष्ट्र में गन्ना पेराई सीजन लगभग समाप्त हो गया है और गन्ना काटने वाले अपने गांवों को लौट गए हैं। लेकिन अभी तक गन्ना खेतों में पड़ा हुआ है। राज्य में चीनी मिलें अतिरिक्त गन्ने की पेराई के लिए राज्य सरकार से मदद की मांग कर रहा था।