नई दिल्ली : रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने कहा की, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे चीनी की कीमतें उछलकर 430 अमेरिकी डॉलर प्रति टन तक पहुंच गई है।कीमतों में आये इस उछाल से अगले सीजन के लिए भी चीनी निर्यात की संभावनाएं काफी उत्साहजनक दिखाई देती हैं। आपको बता दे की, कच्ची चीनी की अंतरराष्ट्रीय कीमत फरवरी से 340 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से ऊपर की ओर चल रही हैं। ICRA ने कहा कि, ब्राजील में चीनी उत्पादन में गिरावट और अन्य अनुकूल कारकों के कारण घरेलू चीनी उद्योग को फायदा होगा। ICRA के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और समूह प्रमुख सब्यसाची मजूमदार ने कहा कि, ब्राजील के चीनी उत्पादन में गिरावट का भारतीय चीनी उद्योग प्रत्यक्ष लाभार्थी बन सकता है।
मजूमदार ने कहा, लगभग 31 मिलियन टन (इथेनॉल डायवर्जन के बाद) के सामान्य चीनी उत्पादन के अनुमानों की पृष्ठभूमि में, निर्यात संभावनाओं को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ इथेनॉल की ओर उच्च अपेक्षित चीनी डायवर्जन के बाद मिलों को अधिशेष की समस्या निपटाने में मदद मिलेगी और इस प्रकार मिलों के कर्ज के बोझ में कमी के साथ-साथ नकदी प्रवाह में सुधार होगा। ICRA में उपाध्यक्ष अनुपमा अरोड़ा ने कहा कि, सब्सिडी ने परंपरागत रूप से भारत के लिए निर्यात को व्यवहार्य बना दिया है जिससे बेहतर तरलता के अलावा घरेलू चीनी मांग-आपूर्ति संतुलन बनाए रखने में मदद मिली है। हालांकि, हाल ही में बढ़ी कीमतों ने सब्सिडी के बिना भी निर्यात को व्यवहार्य बना दिया है। उन्होंने कहा, “ओजीएल के तहत निर्यात पहले से ही अनुबंधित हो रहा है, आगामी चीनी सीजन के लिए निर्यात संभावनाएं आशाजनक दिख रही हैं, भले ही सब्सिडी मौजूदा स्तरों से कम हो।
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