नई दिल्ली : एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा और चीनी निर्यात बढने से देश का चीनी उद्योग आर्थिक तरलता की समस्या से काफी हद तक मुक्त हुआ है। जिससे इस सीजन में कई मिलों ने पेराई के लिए खरीदें गए गन्ने का समय पर भुगतान कर दिया है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर की अवधि के दौरान भारत का चीनी निर्यात बढ़कर 17 लाख टन हुआ। अब तक मिलो द्वारा निर्यात के लिए 38-40 लाख टन का अनुबंध किया गया है। मिलें अब आगे के अनुबंधों के लिए वैश्विक कीमतों में सुधार का इंतजार कर रही हैं।
आपको बता दे की, अक्टूबर से दिसंबर 2021 की अवधि के दौरान लगभग 17 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया है। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान लगभग 4.5 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था। इसके अलावा, इस महीने लगभग 7 लाख टन चीनी निर्यात के लिए पाइप लाइन में है।
ISMA ने कहा कि, देश में 1 अक्टूबर, 2021 से 15 जनवरी, 2022 की अवधि के बीच 151.41 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले विपणन वर्ष की इसी अवधि में 142.78 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।