कोल्हापुर: कोरोना महामारी का अगले चीनी सीजन पर असर दिखाई दे रहा है। कोल्हापुर जिलाधिकारी दौलत देसाई ने जिले में चीनी मिलों को गन्ने की कटाई के लिए ज्यादा से ज्यादा हार्वेस्टर मशीनों का इस्तेमाल करने को कहा है, ताकि अन्य क्षेत्र से आने वाले गन्ना कटाई मजदूरों की संख्या कम से कम रखी जा सके।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिला कलेक्टर देसाई ने कहा कि, गन्ना कटाई के लिए दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने में कुछ हदतक मदद हो सकती है।
चीनी सीजन के दौरान मराठवाडा इलाकें से श्रमिक पश्चिमी महाराष्ट्र में आते हैं और अगले तीन से चार महीनों तक गन्ने की कटाई के मौसम में रहते हैं। मजदूर यहां अपने परिवारों के साथ आते हैं और अस्थायी टेंट में रहते हैं।
जिला कलेक्टर ने कहा, 60 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी गन्ना श्रमिक को कटाई के कार्य करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा की, मिलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि, गन्ना श्रमिक का पहले covid -19 परीक्षण किया गया हो और फिर कुछ दिनों के लिए उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया हो। श्रमिकों की संख्या कम रहने के लिए मिलों को ज्यादा से ज्यादा हार्वेस्टर मशीनों की खरीद करनी चाहिए।
उन्होंने मिलों को मजदूरों के परीक्षण और नियमित स्वास्थ्य जांच के निर्देश दिए है। मिलों को उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए सैनिटाइज़र, दस्ताने और हर दिन नया मास्क दिया जाना चाहिए।
जब मार्च में लॉकडाउन लगाया गया था, तब कोल्हापुर में कई हजार गन्ना कटाई मजदूर फंस गए थे। उन्हें बस से उनके गांवों में ले जाया गया था और अपने गृह जिलों में पहुंचने के बाद covid -19 के लिए परीक्षण किया गया था ।
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