नई दिल्ली: श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी को उम्मीद है कि, आने वाले वर्षों में चीनी उद्योग बेहतरीन प्रदर्शन करेगा क्योंकि एथेनॉल एक बड़ा गेम चेंजर बन गया है। श्री रेणुका शुगर्स लगभग 200 करोड़ रुपये निवेश के साथ यूपी स्थित अनामिका शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड को खरीदने के लिए तैयार है।
ब्लूमबर्ग में प्रकाशित खबर के मुताबिक, श्री रेणुका शुगर के कार्यकारी अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने कहा की, यदि आप ‘रेणुका’ के संपत्ति आधार को देखें, तो हमारा व्यवसाय बड़े पैमाने पर कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्यों में केंद्रित है। इसलिए हमें भौगोलिक रूप से अपने व्यवसाय को जोखिम से मुक्त करना था और यही कारण है कि हम यूपी में निवेश कर रहे है। उन्होंने कहा, कंपनी को चीनी का परिवहन करना कठिन लगा क्योंकि यह केवल पश्चिमी और दक्षिणी भारत में मौजूद थी। चतुर्वेदी ने कहा, मधुर (खुदरा ब्रांड) को पश्चिमी और दक्षिणी भारत से भेजना लोगिस्टिक के दृष्टि से कठिन था, इसलिए देश के सबसे अधिक आबादी वाले हिस्से में मौजूद रहना हमारे लिए अधिक जरूरी था।
उन्होंने कहा, कंपनी की महाराष्ट्र और कर्नाटक में गन्ना पेराई क्षमता 6.2 से 6.3 मिलियन टन के करीब है। उन्होंने कहा, अधिग्रहण के साथ कंपनी की क्षमता 70 लाख टन से अधिक हो जाएगी। चतुर्वेदी ने कहा, आगे बढ़ते हुए, हम भविष्य में यूपी में एथेनॉल बनाने पर विचार करेंगे। एक कंपनी के रूप में, हमने लंबी अवधि में एथेनॉल पर ध्यान केंद्रित किया है।
अतुल चतुर्वेदी ने आगे कहा की, घरेलू चीनी की कीमतें स्थिर रहेंगी लेकिन विश्व चीनी की कीमतों के अनुरूप नहीं होंगी। मेरा मानना है कि, भारतीय चीनी मूल्य अपेक्षाकृत स्थिर रहेंगे। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू चीनी कीमत में आज का अंतर 20 रुपये प्रति किलो से अधिक है।
चतुर्वेदी ने कहा, मेरा मानना है कि चीनी क्षेत्र को आने वाले वर्षों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए, क्योंकि एथेनॉल एक बड़ा गेम चेंजर बन गया है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि पेराई सीजन के दौरान उत्पादित चीनी को ‘ऑफ सीजन’ के लिए पूरी तरह से ले जाने की आवश्यकता नहीं है, और इससे चीनी क्षेत्र को नकदी प्रवाह की मदद मिल रही है। इससे ब्याज का बोझ भी कम हो जाता है।