अबुजा (नाइज़ीरिया): नाइज़ीरिया के नेशनल शुगर डेवलपमेंट काउंसिल (NSDC) ने इहारैन क्वारा प्रांत में एक चीनी संस्थान की स्थापना के लिए भारत के कानपुर स्थित राष्ट्रीय चीनी संस्थान (NSI) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए।
बुधवार को अबूजा स्थित भारतीय उच्चायोग में NSDC के कार्यकारी सचिव डॉ. लतीफ बुसारी और NSI के निदेशक नरेंद्र मोहन ने MOU पर हस्ताक्षर किए। डॉ. बुशारी ने कहा कि नाइज़ीरिया ने चीनी उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनने की उम्मीद से 2013 में राष्ट्रीय चीनी मास्टरप्लान लागू किया है। इस समझौते से देश में चीनी मिलों के विकास के लिए पर्याप्त जनशक्ति को प्रशिक्षित करने में मदद मिलेगी तथा नाइज़ीरिया में भी NSI की तरह एक विश्व स्तरीय संस्थान की स्थापना की जा सकेगी। उन्होंने इस समझौते को दोनों देशों के संबंधों में नए अध्याय की शुरुआत बताया।
नरेंद्र मोहन ने बताया कि नाइज़ीरिया में जरूरत के हिसाब से उत्पादन बहुत कम होता है। इसलिए उत्पादन क्षमता बढ़ाना जरूरी है। इसके लिए चीनी मिलों की स्थापना के साथ ही कुशल श्रमशक्ति भी जरूरी है। इस समझौते से इसमें मदद मिलेगी और संस्थान की स्थापना से प्रशिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जा सकेगा।
इस मौक़े पर नाइज़ीरिया में भारत के उच्चायुक्त अभय ठाकुर ने कहा कि भारत लंबे समय से नाइज़ीरिया में क्षमता निर्माण कार्यक्रम में शामिल है तथा इसी तरह से करीब 15 साल पहले कडूना में नाइज़ीरियन डिफेंस अकादमी की स्थापना की गई थी, जिसके पहले कमांडेंट एक प्रसिद्ध भारतीय ब्रिगेडियर थे।
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