पेरिस : फ्रांसीसी चीनी निर्माता क्रिस्टल यूनियन (Cristal Union) इस साल के अंत में लॉन्च होने वाली TotalEnergies की बायोगैस इकाई बायोनोरोइस (BioNorrois) में 10% हिस्सेदारी लेगी, जो कि क्रिस्टल यूनियन के मिलों में से एक से चीनी चुकंदर (sugar beet residue) के अवशेषों का उपयोग करेगी। सौदे के तहत, फ्रांस की दूसरी सबसे बड़ी चीनी निर्माता कंपनी क्रिस्टल यूनियन, बायोगैस प्लांट को 15 वर्षों तक चुकंदर के पल्प की आपूर्ति करेगी। शेष भाग फ्रांसीसी ऊर्जा समूह द्वारा प्राप्त कृषि खाद्य अपशिष्ट से बना होगा।
क्रिस्टल यूनियन के एक प्रवक्ता ने कहा, अब तक उत्तर-पश्चिमी फ्रांस के फॉन्टेन-ले-डुन में स्थित क्रिस्टल यूनियन के चीनी प्लांट से निकलने वाले पल्प का उपयोग पशु आहार में किया जाता रहा है। BioNorrois लॉन्च के समय प्रति वर्ष लगभग 100 गीगावाट घंटे (जीडब्ल्यूएच) का उत्पादन करेगा, और प्रति वर्ष 153 गीगावॉट की अधिकतम क्षमता तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि, प्रक्रिया के दौरान बायोगैस के अतिरिक्त प्राप्त जैविक उर्वरक को पास में स्थित क्रिस्टल यूनियन के सहकारी सदस्यों को वितरित किया जाएगा।
क्रिस्टल यूनियन की फॉनटेन-ले-डन फैक्ट्री प्रत्येक अभियान के दौरान प्रति दिन 10,000 टन से अधिक चुकंदर का प्रसंस्करण करती है, जो चार से पांच महीने तक चलता है, और प्रति वर्ष 200,000 टन चीनी का उत्पादन करता है। चीनी बनाने वाली कंपनी बायोगैस प्लांट में अपना पल्प भेजने वाली पहली कंपनी नहीं है। प्रतिस्पर्धी टेरेओस ने 2017 में उत्तरी फ्रांस के एप्पेविले में एंजी के स्वामित्व वाले बायोगैस संयंत्र को खिलाने के लिए खाद्य समूहों नेस्ले और बॉन्डुएल के साथ मिलकर काम किया।