महमूदाबाद (सीतापुर): किसान सहकारी चीनी मिल के दैनिक वेतन पर काम कर रहे कर्मचारियों ने अपने वेतन में बढ़ोतरी के लिए विरोध प्रदर्शन शुरु किया है। कर्मचारियों का आरोप है कि प्रबंधन उनके खिलाफ सौतेला व्यवहार कर रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप श्रमायुक्त और जिलाधिकारी को दिए एक ज्ञापन में कर्मचारियों ने अपने वेतन को बढ़ाने की अपील की है।
दैनिक वेतन वाले कर्मचारियों को गत पांच साल से केवल 194 रुपए ही वेतन दिये जा रहे हैं, जबकि दूसरे चीनी मिलों में 300 से 450 रुपए के बीच दैनिक कारीगरों को वेतन दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीतापुर चीनी में कांट्रैक्ट पर काम कर रहे लोगों को हर महीने 12 हजार रुपये से 20 हजार रुपए तक दिया जा रहा है। दैनिक कर्मचारियों के लिए यह एक सरासर भेदभाव है। चीनी मिल के कर्मचारी इसे लेकर परेशान हैं और उन्हें इतने कम पगार में परिवार के लिए रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो गया है।
गौरतलब है कि देश भर की चीनी मिलों में लगभग यहीं स्थिति है। मुनाफे वाली चीनी मिलें अपने कर्मचारियों के वेतन का जहां पूरा ख्याल रखती हैं और उनमें निरंतर बढ़ोतरी करती हैं, वहीं कम मुनाफे वाली या घाटे वाली चीनी मिलें अपने कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि नहीं करतीं। मिल के कर्मचारी इससे परेशान रहते हैं।
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