सोलापुर : चीनी मंडी
आगामी विधानसभा चुनावों के चलते सोलापुर जिले की राजनीति गरमा रही है, वहीं जिले के करमाला तालुका में आदिनाथ सहकारी चीनी मिल के श्रमिकों का पिछले तकरीबन 41 महीनों का वेतन बकाया हैं और यह मुद्दा भी राजकीय गलियारों में गूंजने की संभावना है। बकाया वेतन के कारण श्रमिकों की वित्तीय स्थिति काफ़ी खराब हो गई है। निकट भविष्य में, श्रमिकों के अनुसार इस मुद्दे पर कोई फैसला होने की कोई संभावना नहीं है, इसलिए निराशा की भावना पैदा होने से श्रमिकों ने सरकार से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। किसी एक समय करमाला तालुका में राजनीति का केंद्र बिंदु माने जाने वाली आदिनाथ चीनी मिल हमेशा से विवादास्पद का भी केंद्र रही है।
आदिनाथ सहकारी चीनी मिल के सभी श्रमिकों ने सोलापुर के जिला कलेक्टरों को भेजे गए एक बयान के माध्यम से इच्छा मृत्यु की मांग की है। महादेव मस्के, शांतिलाल गाडगे, देवीदास कुंभार, आबासाहेब बुधवंत, अंकुश झारगढ़, प्रवीण जाधव आदि श्रमिकों ने अपना आवेदन जिलाधिकारी राजेंद्र भोसले को सौंप दिया है। उजनी डैम के पास और गन्ने की उपलब्धता के बावजूद मिल अच्छी तरह से काम नहीं कर रही है। इसलिए, मिल वित्तीय कठिनाइयों से हमेशा बाधित है। इस लगातार वित्तीय संकट से पिछले कई वर्षों में मिल नहीं उबर पाई है।
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