जुनावई/चंदौसी: भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि स्थानीय चीनी मिलें बाहर से आए गन्ने को धड़ल्ले कम रेट पर खरीद रही है जबकि स्थानीय गन्ना किसानों के माल नहीं उठाए जा रहे।
कार्यकर्ताओं ने अपनी शिकायत में कहा है कि गन्ना किसानों को मिलें पर्चिंयां नहीं दे रही हैं। पर्ची वाले किसानों को कई कई दिनों तक मिल में खड़ा रहना पड़ता है। इससे किसानों में नाराजगी और असंतोष है। गन्ना विभाग भी इसपर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
किसानों का कहना है कि चीनी मिलें यदि उनके गन्ने को खरीदेंगी तभी वे दूसरी फसल की वुआई कर सकते हैं। मिलों ने किसानों के पैसे भी रोक रखें हैं। इससे किसानों के सामने भुगतान संकट पैदा हो गया। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले के कारण एजेंट अब ज्यादा सक्रिय हो गये हैं। वे गन्ना किसानों से उनके माल कम रेट में लेकर चीनी मिलों को बेचने लगे हैं।
भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के कार्यकर्ताओं ने अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बाहरी गन्ने की खरीद पर पाबंदी लगाए जाने की मांग की है।
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