मेरठ: जनपद में गन्ने की कमी से चीनी मिलों को पूरी क्षमता से पेराई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मिलों के प्रबंधन ज्यादा से ज्यादा गन्ना पेराई के लिए लाने की कोशिशों में जुटे है। पांचों मिलों का एवरेज कैपेसिटी यूटीलाइजेशन (क्षमता उपयोगिता) 75 से 80 फीसदी तक ही पहुंच रहा है। श्रमिकों के कमी के चलते किसान भी इंडेंट अनुसार गन्ना सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। मिलों के अनुसार, त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद गन्ना आपूर्ति में तेजी आ सकती है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जनपद में किनौनी मिल ने 29 अक्टूबर को सबसे पहले पेराई शुरू कर दी है। अब जनपद की 6 मिलों में से 5 मिलें पेराई कर रही है। मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल कुछ दिनों में शुरू हो सकती है। जनपद में मवाना चीनी मिल की पेराई क्षमता सर्वाधिक प्रतिदिन 1.30 लाख क्विंटल है, और मिल अभी तक 60 फीसदी क्षमता पर ही चल रही है। दौराला चीनी मिल की पेराई क्षमता प्रतिदिन 1.25 लाख क्विंटल है।अगले दो से चार दिन में पेराई रफ़्तार पकड सकती है।