बिजनौर: यहां की चीनी मिलों ने किसानों को उनके बकाये का भुगतान करने के लिए बैंकों से लगभग 1800 करोड़ का लोन मांगा है। मिलों ने बैंकों के पास अपनी चीनी गिरवी रखकर यह लोन लेने की बात कही है। लोन के पैसों से किसानों को इस सीजन के बकाये का भुगतान किया जाएगा, जबकि पिछले पेराई सीजन का बकाया चुकाने के लिए केंद्र सरकार से रुकी हुई सब्सिडी जारी करने की मांग की गई है।
बता दें कि चालू सीजन में एक महीने से ज़्यादा समय से चीनी मिलों में गन्ना पेराई का काम चल रहा है तथा चांदपुर, बिलाई, बिजनौर जैसे कुछ चीनी मिलों के अलावा कई मिलों ने किसानों को भुगतान शुरू कर दिया है। इन चीनी मिलों पर पिछले साल का बकाया भी है।
इधर, गन्ना किसानों को चालू सीजन का भुगतान करने के लिए चीनी मिलों ने उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल से सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट) मांगी है। इन चीनी मिलों ने केंद्र सरकार से अटकी हुई सब्सिडी को जारी करने की मांग करने के साथ ही, बैंकों से करीब 1859 करोड़ रुपये का सीसीएल भी मांगा है। यह मंजूर होने और सब्सिडी मिलने के बाद किसानों को पिछले साल का बकाया चुकाने तथा चालू सीजन का भुगतान करने की बात मिलों ने कही है।
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