कोल्हापुर : स्वाभिमानी शेतकरी संगठन द्वारा जयसिंगपुर में आज (19 अक्टूबर) को होने वाले ‘गन्ना परिषद’ पर चीनी मिल संचालक कड़ी नजर रखे हुए हैं। वे किसान संगठनों की मांगों को लेकर इंतजार कर रहे हैं। हर साल ‘गन्ना परिषद’ में उपस्थित हजारों किसानों की सहमति से राजू शेट्टी घोषणा करते हैं कि उन्हें पेराई सत्र में अपनी गन्ने की फसल के लिए कितनी राशि मिलनी चाहिए।
इस साल, अधिकांश मिलों ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वे किसानों को उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) के अनुसार भुगतान करेंगे। किसानों ने दावा किया है की, ईंधन और उर्वरक की लागत में वृद्धि के कारण गन्ने की खेती के लागत में वृद्धि हुई है। केंद्र सरकार द्वारा तय की गई एफआरपी बढ़ी हुई इनपुट लागत के अनुरूप नहीं है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार पेराई सत्र 15 अक्टूबर से शुरू होना चाहिए। हालांकि, बहुत कम मिलों ने पेराई शुरू की है। पश्चिमी महाराष्ट्र के लाखोँ किसान और चीनी मिलर्स की नजरें आज होने वाले ‘गन्ना परिषद’ की ओर टिकी है।