पुणे: इस पेराई सत्र में चीनी मिलों ने अपना परिचलन बंद करना शुरू कर दिया है और यह अंतिम चरण में पहुँच चूका है। महाराष्ट्र में बड़ी तादाद में चीनी मिलों ने पेराई सत्र में भाग लिया है। इस पेराई सत्र में सबसे पहले सोलापुर विभाग ने अपना परिचालन बंद किया था और अब कोल्हापुर की चीनी मिलों ने भी पेराई सत्र समाप्त कर दिया है।
चीनी आयुक्तालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 15 अप्रैल, 2021 तक 188 चीनी मिलों ने पेराई सत्र में हिसा लिया। राज्य में 993.74 लाख टन गन्ने का पेराई कर 1041.54 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन किया गया है। राज्य में औसत चीनी रिकवरी 10.48 प्रतिशत है।
अब तक राज्य में 140 चीनी मिलें बंद हो चुकी है। सबसे ज्यादा सोलापर विभाग में 15 अप्रैल, 2021 तक 43 चीनी मिलों ने संचालन को बंद कर दिया है। इसी के साथ कोल्हापुर विभाग में भी पेराई सत्र खत्म हो चूका है। कोल्हापुर विभाग में इस पेराई सत्र में 37 चीनी मिलों ने भाग लिया था और सब ने पेराई सत्र बंद कर दिया है। कोल्हापुर विभाग में 230.91 लाख टन गन्ना पेराई कर 277.25 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन की गई। और यहाँ चीनी रिकवरी 12.01 प्रतिशत रही।