बेलगावी: चीनी मंडी
कोरोना वायरस के चलते देश भर में उद्योगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। जिसमे चीनी उद्योग पर भी असर पडा है। इसके साथ ही गन्ना किसानों का कहना है की उनकी आर्थिक स्थिती भी कुछ ठीक नहीं क्यूंकि उन्हें मिलों के पास से अब तक गन्ना बकाया नहीं मिला है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक बेलगावी जिले में चीनी मिलों के पास लगभग 496 करोड़ रुपये बकाया है मार्च के पहले हफ्ते तक। मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के निर्देशों के बावजूद मिल मालिकों ने भुगतान में देरी की है। गन्ना भुगतान में देरी के चलते किसानों को निराशा का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि लॉकडाउन किसानों के संकट को और गहरा कर सकता है।
चीनी से संबंधित कानूनों के अनुसार, मिलों को फसल की खरीद के 14 दिनों के भीतर उत्पादकों को भुगतान करना अनिवार्य है। वही दूसरी ओर चीनी मिलें भी आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। क्यूंकि उनका कहना है की चीनी की बिक्री ठप पड़ी है।
बेलगावी में अधिकांश किसान गन्ना फसल लेते हैं, और जिले में 26 चीनी मिलें हैं। टाइस ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, 19 मिलों ने 496 करोड़ रुपये के भुगतान करने में विफल रहे है।
राज्य गन्ना विकास और चीनी निदेशालय के आयुक्त द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 1,10,23,688 टन गन्ना पेराई के लिए मिलों को बेचा गया है।
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