पुणे : चीनी मंडी
अधिशेष चीनी का ढेर और लॉकडाउन के चलते ठप हुई बिक्री के बावजूद महाराष्ट्र की चीनी मिलों ने किसानों के गन्ने का भुगतान करने की कोशिश जारी रखी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र में चीनी मिलों ने 15 जून तक 97 प्रतिशत गन्ने का भुगतान किया है। अब तक फेयर एंड रेमुनरेटिव प्राइस (FRP) 13,508 करोड़ रुपये है, जिसमें से मिलों द्वारा 13,150 करोड़ का भुगतान किया गया है। अब राज्य में 358 एफआरपी भुगतान बकाया है।
महाराष्ट्र में चीनी मिलों ने गन्ना पेराई संपन्न कर दिया है। महाराष्ट्र में इस पेराई सत्र के दौरान राज्य की मिलों ने 60.98 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जो कि 2018-19 सीजन में उत्पादित 107.20 लाख टन की तुलना में लगभग 46.20 लाख टन कम है। कोरोना संकट ने चीनी मिल की गति धीमी कर दी थी लेकिन इसके बावजूद चीनी मिलों ने इसका सामना कर पेराई जारी रखा था।
कोरोना संकट ने चीनी उद्योग को बड़ा परेशान किया है जिसके चलते अप्रैल और मई में चीनी बिक्री लगभग ठप हो चुकी थी जिसने मिलों के सामने राजस्व की समस्या भी पैदा की।
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