लखनऊ: देश में गन्ना मूल्य और गन्ना बकाया एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा असर उत्तर प्रदेश में देखा जा सकता है। गुरुवार को तेलीबाग स्थित भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईआईएसआर) में हुए एक दिवसीय सेमिनार में गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने कहा की किसानों को गन्ने का सही मूल्य मिल सकेगा जब चीनी मिलों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इसके लिए चीनी मिलों को अपने उत्पाद में विविधता लानी होगी। साथ ही व्यावसायिक रणनीतियों पर दोबारा विचार करना होगा।”
सेमिनार में गन्ना किसानों की आय को दोगुना करने में समस्याएं और भावी रणनीति विषय पर श्री भूसरेड्डी ने कहा कि चीनी क्षेत्र के वैज्ञानिकों को लागत प्रभावी और किसान केंद्रित उन्नत गन्ना टेक्नोलोजी के विकास पर जोर देना होगा। सेमिनार में कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग की संयुक्त सचिव शुभा ठाकुर, आईआईएसआर के महानिदेशक डॉ. आर.के. सिंह, सहायक महानिदेशक (व्यावसायिक फसलें) ने भी अपने विचार रखे और चीनी तथा इथेनॉल की आवश्यकता पर चर्चा की।
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Chani chay