नई दिल्ली/चंडीगढ़, 5 दिसम्बर: हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद किसानों से किए वादों को पूरा करने के साथ स्वच्छ और पारदर्शी प्रशासन देने की दिशा में सरकार ने काम करना शुरु कर दिया है। प्रदेश के नवनियुक्त कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा की सूबे में गन्ना पैराई सत्र चल रहा है। चीनी मिलें किसानों के साथ पारदर्शी तरीक़े से काम करें इसके लिए डिजिटल सिस्टम को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में गन्ने की कुल खेती के रकबे की जानकारी के लिए ‘’मेरी फसल मेरा ब्योरा’’ नाम से सरकार ने पोर्टल बना रखी है। इस पर किसान भाई गन्ने की खेती का अपना ब्योरा अपडेट कर रहे है। अनपढ़ किसानों के पास गन्ना विभाग टीम जाकर जानकारी लेती है और सही रिपोर्ट लेकर पोर्टल पर अपलोड करती है।
मंत्री ने कहा कि इस पोर्टल पर चीनी मिलों तक किसानों द्वारा भेजे जा रहे गन्ने की आपूर्ति की भी जानकारी रहेगी। सरकार के रिकॉर्ड में रहेगा कि किस गन्ना किसान ने कहाँ पर चीनी मिल को कितने गन्ने की आपूर्ति की है। इस जानकारी के पब्लिक डॉमिन पर आने से चीनी मिलों पर समय पर गन्ना किसानों का बकाया चुकाने का दबाव रहेगा।
मंत्री ने कहा कि सरकार ऐसा सिस्टम बनाने जा रही है जिसके तहत गन्ना किसानों को ‘’मेरी फसल मेरा ब्योरा’’पोर्टल पर गन्ने की फसल की सम्पूर्ण जानकारी अपलोड करना अनिवार्य होगा। इस संदर्भ में चीनी मिलों को भी बाध्य किया जाएगा कि वो उन्ही किसानों से गन्ना ख़रीदे जिन्होंने पोर्टल पर अपने गन्ने की खेती की जानकारी साझा कर रखी है। इस वेबसाइट से जुड़ने के लिए किसानों को पहले खुद को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा, इसके बाद वो अपनी सम्पूर्ण जानकारी इस पर अपलोड कर सकेंगे। पंजीकरण के लिए कोई शुल्क नहीं है। राज्य के कृषि विपणन विभाग द्वारा तैयार इस पोर्टल पर पंजीकरण करना बहुत ही आसान है। http://www.fasalhry.in/ वेबसाइट पर जाकर किसान अपनी जानकारी साझा तक सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि चीनी मिलों को सरकार ने निर्देश दिए है कि गन्ना पैराई के लिए गन्ना लाने वाले किसानों से जानकारी ली जाए कि उन्होंने वेबसाइट पर पंजीकरण किया है या नहीं। अगर नहीं किया है तो उन्हें प्रेरित किया जाए और बताया जाए कि इन सभी जानकारियों को वेबसाइट पर अपडेट करने के क्या फ़ायदे है।
हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल संघ के चैयरमेन सरदार हरपाल सिंह चीमा ने इस संदर्भ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने सभी चीनी मिलों को बीते सितम्बर माह में ही पत्र व्यवहार के ज़रिए आगाह तक दिया था का कि सभी किसानों से ‘’मेरी फसल मेरा ब्योरा’’ पोर्टल पर जानकारी साझा करे। चीमा ने कहा कि आने वाले दिनों में चीनी मिलों द्वारा गन्ना खरीद, गन्ना पर्ची निगमन, और गन्ने के रेट व भुगतान से जुड़ी तमाम जानकारी इसी पोर्टल पर मिलेगी। सरकार की इस पहल से राजकार्य में जहां पारदर्शिता आएगी वहीं भृष्टाचार पर लगाम लगाने में भी मदद मिलेगी।
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