सांगली: जिले में गन्ना दर को लेकर पिछलें कई दिनों से चल रही खींचतान आख़िरकार खत्म हो गई। जिले की सभी चीनी मिलों ने इस सीजन में एकमुश्त एफआरपी देने पर सहमति जताई है। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और चीनी मिलर्स की कड़ेगाँव में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन की मांग को जिले के सभी मिलर्स ने स्वीकार कर लिया है। यह फैसला गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आया है।
सांगली जिले में गन्ने की पेराई शुरू हो गई है। सांगली जिले में मिलों द्वारा एफआरपी घोषित नहीं की गई थी, जिसके चलते स्वाभिमानी शेतकारी संगठन ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। कोल्हापुर जिले की चीनी मिलों ने पहले ही एफआरपी का एकमुश्त भुगतान करने का फैसला किया था। हालांकि, सांगली के किसानों की नजरे जिले के मिलों की भूमिका पर टिकी थी। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और चीनी मिलर्स के बीच कुछ दिन पहले एक बैठक हुई थी। हालांकि, बैठक असफल रही क्योंकि कोई फैसला नहीं लिया गया था। बुधवार को कड़ेगाँव के सोनहिरा चीनी मिल के कार्यालय में दूसरी बैठक हुई। इस बैठक में जिले के सभी मिलर्स ने एकमुश्त एफआरपी देने पर सहमति जताई। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता संदीप राजोबा ने कहा कि, इस साल पेराई सीजन अब सुचारू रूप से बीत जाएगा।