मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश: गन्ना विभाग और किसान संघठनों द्वारा बार बार आवाहनं करने के बाद चीनी मिलें भी गन्ना भुगतान चुकाने में जुट चुकी है, लेकिन अब तक पूरा गन्ना भुगतान नहीं किया है। उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों के तुलना में गन्ना भुगतान ज्यादा है लेकिन गन्ना विभाग की सख्ती के बाद मिलों ने भुगतान कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिले की चीनी मिलों ने सोमवार को एक साथ 53 करोड़ का भुगतान किया है। जिला गन्ना अधिकारी आरडी द्विवेदी ने बताया कि,तितावी चीनी मिल ने 22 करोड़, टिकौला ने 3 करोड़,रोहाना ने 3 करोड़, मंसूरपुर ने 7 करोड़, खाईखेडी चीनी मिल ने 6.5 करोड़ और भैंसाना ने 11 करोड़ का भुगतान किया है।
गन्ना किसानों का कहना है की बकाया भुगतान नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है। राज्य सरकार का कहना है की वे गन्ना बकाया भुगतान को लेकर काफी गंभीर है, जिसके कारण राज्य के कई मिलों द्वारा भुगतान भी किया जा रहा है। चीनी मिलों का कहना है की वे कोरोना संकट के कारण परेशान है। कोरोना के कारण चीनी बिक्री ठप है, जिसके चलते वे राजस्व की समस्या से जूझ रहे है और गन्ना बाकय भी चुकाने में विफल हुए है।
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