मुजफ्फरनगर : केंद्र सरकार के एथेनॉल समिश्रण निति को बढ़ावा देने के लिए चीनी उद्योग हर मुमकिन प्रयासों में जुटा है। उत्तर प्रदेश की चीनी मिलें भी राजस्व में बढ़ोतरी के साथ साथ समय पर किसानों का भुगतान करने के लिए एथेनॉल उत्पादन में दिलचस्पी दिखा रही है। मुजफ्फरनगर जिले की चीनी मिले भी नए सत्र से एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए आगे आई है। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, खाद्य विभाग के संयुक्त निदेशक जितेंद्र जुयाल के नेतृत्व में चीनी मिलों के प्रबंधक, तेल कंपनी, ऑटोमोबाइल कंपनियों के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही ब्राजील के दौरे पर गया था। केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने ब्राजील शुगर मॉडल का अध्ययन कर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी है।
इस प्रतिनिधि मंडल में मंसूरपुर चीनी मिल के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार दीक्षित भी थे। 2022-23 सीजन में मिल चीनी के साथ एथेनॉल का उत्पादन भी बढ़ाएगी। दीक्षित ने बताया कि, एथेनॉल उत्पादन बढ़ने से तेल के आयात पर निर्भरता कम होगी। उन्होंने कहा, 18 जून को 20 सदस्यीय टीम ने ब्राजील जाकर अध्ययन किया। वहां चीनी और एथेनॉल का उत्पादन, भंडारण तथा पेट्रोल में मिलाने की तकनीक तथा वाहन कंपनियां एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल के लिए वाहन इंजनों की तकनीक में क्या परिवर्तन कर रही है? आदि विषयों का अध्ययन किया।