सांगली : चीनी मंडी
किसानों का आरोप है की सांगली जिले में केन एग्रो, महाकाली और यशवंत शुगर के पास अभी भी 19 करोड़ रुपये का एफआरपी बकाया है, और जिसका 15 प्रतिशत ब्याज के साथ भुगतान नहीं किया गया है। बलिराजा किसान संघटन ने कहा कि, हम बकाया भुगतान को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे कि, भुगतान में विफ़ल रही मिलों को पेराई लाइसेंस नहीं दिया जाए, जब तक कि वे पैसा नहीं देते। संघटन के अध्यक्ष बी.जी. पाटिल ने संवाददाता सम्मेलन में इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि, सोमवार को बलिराजा किसान संघटन, अंदोलन अंकुश और जय शिवराय किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड से मुलाकात की और उन्हें बताया की कई चीनी मिलों ने पिछले सीज़न में एफआरपी भुगतान नियमों का उल्लंघन किया है। इसके बाद, चीनी आयुक्त ने मिलों पर जब्ती की कार्रवाई की, लेकिन तहसीलदार स्तर पर इसे लागू नहीं किया गया। आज भी, सांगली जिले में मिलों के पास 19 करोड़ एफआरपी बकाया है।केन एग्रो द्वारा 8 करोड़ 35 लाख, महाकाली के पास 7 करोड़ 19 लाख और यशवंत शुगर के पास 2 करोड़, 52 लाख रूपये बकाया हैं।
पाटिल ने कहा की, राज्य के कुछ चीनी मिलों ने बकाया एफआरपी का भुगतान ब्याज के साथ किया है। चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने आश्वासन दिया है कि, बकाया भुगतान में देरी करनेवाली मिलों को नोटिस दिया जाएगा। यदि चीनी आयुक्त द्वारा अगर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो अगले सप्ताह हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की जाएगी जिसमें कहा जाएगा कि, मिलों द्वारा एफआरपी और इसके ब्याज का बकाया भुगतान किया जाना चाहिए।
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