लाहौर: पाकिस्तान में आटे के बाद अब चीनी महंगाई का संकट पैदा हुआ है, चीनी की कीमतें अनियंत्रित बनी हुई हैं। खबरों के मुताबिक, लाहौर में चीनी की खुदरा कीमत 85 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है और 50 किलोग्राम की बोरी 4,000 रुपये के थोक मूल्य पर बेची जा रही है। चीनी कहीं भी 70 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध नहीं है क्योंकि आधिकारिक दरों का पालन नहीं किया जा रहा है।
कराची, फैसलाबाद और अन्य शहरों में भी चीनी की कीमतें बढ़ी हैं। लोग महगाई का विरोध कर रहे हैं और सरकार से दरों को नियंत्रित करने की मांग कर रहे है। ऐसा आरोप है की सरकार आम लोगों को राहत देने के लिए मुनाफाखोरों के खिलाफ कोई उपाय नहीं कर रही है। जिससे आम नागरिकों में काफी आक्रोश है।
पाकिस्तान सरकार ने चीनी की ससमय से निपटने के लिए एक तरफ जहा निर्यात पे प्रतिबंध लगाया है तो वही दूसरी ओर 300000 टन चीनी आयत का फैसला लिया है। सरकार द्वारा चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाये जाने तथा स्थानीय बाजार में इसकी कीमतें स्थिर करने के लिए चीनी आयात करने के फैसले का पाकिस्तान इकोनॉमी वॉच (पीईडब्ल्यू) ने स्वागत किया है। साथ ही, इसने चीनी और आटे की आसमान छूती कीमतों से जनता को लूटने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की है।
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