अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमतें 5 से 7 प्रतिशत बढ़ने की संभावना: हेमंत शाह

नई दिल्ली: सीएनबीसी आवाज के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में एग्रीमंडी.लाइव (Agrimandi.live) के सीईओ हेमंत शाह ने कहा की, इस साल भारत और थाईलैंड में चीनी उत्पादन में अनुमानित गिरावट के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमत 5 से 7 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है।

चीनी की कीमते बढ़ने की जादा गुंजाईश नही…

उन्होंने कहा, घरेलू कीमतों को स्थिर रखने के लिए भारत सरकार पिछले दो महीनों से चीनी कीमतों को काफी क्लोजली मॉनिटर कर रही है। सरकार द्वारा चीनी मिलें, ट्रेडर्स और होलसेलर्स के पास के चीनी स्टॉक की जानकारी जुटाई जा रही है। शाह ने आगे कहा, केंद्र सरकार की तरफ से चीनी की महंगाई पर काबू पाने के लिए समय समय पर एक्शन लिया जा रहा है।वर्तमान में कोल्हापुर मार्केट में एस-30 चीनी की कीमत 3650 रुपये प्रति क्विंटल चल रही है।

उन्होंने कहा, आगे चलकर त्योहारी सीजन शुरू होने का बावजूद सरकार के उचित हस्तक्षेप के चलते चीनी की कीमते बढ़ने की ज्यादा गुंजाईश नही दिखाई दे रही है। सरकार ने पहली बार अक्टूबर का कोटा 21 सितंबर को जारी कर अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है। सरकार का चीनी की कीमतों को काबू में रखने के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है।

भारत सरकार की उपभोक्ताओं के हितों को प्राथमिकता…

उन्होंने कहा, भारत सरकार उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखकर घरेलू बाजारों में चीनी की कीमत स्थिर रखने की कोशिश कर रही है। सरकार ने चीनी मिलों और बड़े व्यापारियों के पास उपलब्ध चीनी स्टॉक पैनी नजर रखी है। देश में गन्ना उत्पादन पर अल नीनो का इफेक्ट दिख रहा है। उत्तर प्रदेश में बारिश अच्छी होने से वहां चीनी उत्पादन अच्छा हो सकता है, लेकिन महाराष्ट्र और कर्नाटक में सूखे की स्थिति बनी हुई है। इसका सीधा असर चीनी उत्पादन पर हो सकता है।

चीनी स्टॉक पर सरकार की पैनी नजर….

हेमंत शाह ने आगे कहा की, घरेलू बाजार में चीनी की कीमत स्थिर रखने के लिए सरकार चीनी मिलों के साथ साथ बड़े बड़े चीनी व्यापारियों के स्टॉक पर भी नजर बना के रखी है। इतना ही नही सरकार ने त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए अक्टूबर 2023 के लिए 21 सितंबर 2023 को ही 13 लाख टन चीनी कोटा आवंटित किया है। सरकार के इस कदम से घरेलू बाजारों में चीनी की कीमत स्थिर बनी हुई है, साथ ही इसका फायदा देश के उपभोकातों को हुआ है।

अल नीनो का देश के चीनी उत्पादन पर असर…

हेमंत शाह ने कहा की, अल नीनो का देश के चीनी उत्पादन पर असर देखने को मिल सकता है। खासकर महाराष्ट्र और कर्नाटक इन दो बड़े राज्यों में चीनी उत्पादन घटने से आने वाले सीजन में देश में चीनी उत्पादन घटकर 30.5 मिलियन टन होने का अनुमान है, लेकिन फिर भी घरेलू बाजार में 28 मिलियन टन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए देश में जरूरत से जादा चीनी उत्पादन होगा। इसलिए घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में ज्यादा उछाल आने की संभावना काफी कम है।

ISO का भी वैश्विक चीनी कमी का अनुमान…

अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (ISO) ने अनुमान लगाया है कि अक्टूबर से शुरू होने वाले 2023-24 सीजन में वैश्विक चीनी उत्पादन में 1.23 प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना है, जबकि बाजार को 2.118 मिलियन टन (MT) की कमी का सामना करने का अनुमान है।

संगठन ने 2023-24 में चीनी उत्पादन इस सीजन के 177.02 मिलियन टन के मुकाबले 174.84 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया है। खपत 176.53 मिलियन टन से बढ़कर 176.96 मिलियन टन हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप इस सीज़न में 0.493 मिलियन टन अधिशेष के मुकाबले 2.118 मिलियन टन की कमी का अनुमान है।

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