गुजरात: देश के कुछ राज्यों में गन्ना पेराई अभी भी जारी है। लॉकडाउन के चलते चीनी मिलों की हालत बुरीआर्थिक स्थिति से बहुत ख़राब हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में अभी सबसे अधिक चीनी मिलों में गन्ना पेराई जारी है।
गुजरात के सभी मिलों ने चालू सीजन के लिए अपने पेराई कार्यों को बंद कर दिया है और 2018-19 सीजन में उत्पादित 11.21 लाख टन चीनी की तुलना में 9.28 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। यानी इस सीजन गुजरात में चीनी उत्पादन में कमी आई है।
वही देश की बात करे तो, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार, देश भर की चीनी मिलों ने 1 अक्टूबर 2019 से 15 मई 2020 के बीच 264.65 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। यह पिछले साल के 326.19 लाख टन की तुलना में लगभग 61.54 लाख टन कम है। हालाँकि, 15 मई 2019 को 38 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थीं, इस साल 15 मई 2020 को 63 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही हैं।
देश की चीनी मिलें फ़िलहाल चीनी बिक्री थप होने के कारण आर्थिक संकट से गुजर रही है। आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक और चॉकलेट जैसे विविध प्रकार के उत्पादों के कन्फेक्शनरों और निर्माताओं से औद्योगिक इस्तेमाल के लिए मांग में गिरावट के कारण चीनी की बिक्री ठप है। इसके अलावा चीनी के उप-उत्पाद की बिक्री भी धीमी है जिससे चीनी मिलों के सामने राजस्व की समस्या पैदा हुई है।
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