नई दिल्ली : चीनी मंडी
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) के अनुसार, 2020-21 सीजन में देश में गन्ने की कुल उपज लगभग 52.28 लाख हेक्टेयर होने का अनुमान है, जो कि 2019-20 सीजन के 48.41 लाख हेक्टेयर की तुलना में लगभग 8% अधिक है। 25 जून को हुई ISMA की बैठक में गन्ना उपज क्षेत्र में वृद्धि और गन्ना उत्पादन में अपेक्षित बढ़ोतरी पर चर्चा की गई। इस बैठक के लिए देश भर के चीनी उत्पादक राज्यों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक के दौरान गन्ने के क्षेत्र, अपेक्षित पैदावार, चीनी रिकवरी, जलाशयों में पानी की उपलब्धता और अन्य संबंधित पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
ISMA ने 2020-21 सीजन के लिए चीनी उत्पादन के अपने राज्यवार प्रारंभिक अनुमान जारी किये है। देश में 2020-21 सीजन के दौरान गन्ने और चीनी का उत्पादन 2019-20 सीजन की तुलना में अधिक होगा, और उत्पादन में वृद्धि मुख्य रूप से महाराष्ट्र और कर्नाटक से आएगी, जहां पिछले वर्ष में सूखे के कारण गन्ना और चीनी उत्पादन में गिरावट आई थी। देश में अग्रणी गन्ना उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश का अनुमान है कि, गन्ने का रकबा 22.92 लाख हेक्टेयर तक रह सकता है, जबकि सीजन 2109-20 सीजन में 23.21 लाख हेक्टेयर था। 2019-20 सीजन की तुलना में गन्ना क्षेत्र में लगभग 1% की मामूली कमी है। लेकिन 2020-21 में ISMA उपज में मामूली वृद्धि के साथ-साथ चीनी की रिकवरी की भी उम्मीद कर रहा है। 2020-21 सीजन में उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन लगभग 123.06 लाख टन होने का अनुमान है, जो वर्तमान 2019-20 सीजन के 126.45 लाख टन (इथेनॉल में डायवर्जन के बाद) से थोडा कम होगा।
गन्ना खेती का रकबा अधिक होने और मानसून सीजन में अच्छी बारिश के चलते आगामी गन्ना पेराई सीजन 2020-21 के दौरान चीनी का उत्पादन 320 लाख टन होने का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश में अगले सीजन में चीनी उत्पादन 123.06 लाख टन होने की उम्मीद यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.
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