नई दिल्ली: 28 जनवरी को इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) द्वारा जारी अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में इस सीजन के लिए देश में चीनी उत्पादन 30.2 मिलियन टन आंका गया है, जो कि इसके पहले के 31 मिलियन टन के आंकड़े से कम है। देश के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक उत्तर प्रदेश की मिलों को पिछले सीजन के 12.63 मिलियन टन के मुकाबले 10.5 मिलियन टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। ISMA ने एक बयान में कहा की, उत्तर प्रदेश में गन्ने की कम पैदावार और कम चीनी की रिकवरी, गुड़ / खांडसारी इकाइयों के लिए गन्ना इस्तेमाल और इथेनॉल के उत्पादन के लिए गन्ने का रस का बहुत अधिक डायवर्जन के चलते इस वर्ष उत्पादन कम होने की संभावना बनी हुई है। पिछले सीजन में भारत का उत्पादन 27.42 मिलियन टन था। ISMA ने इस सीजन के कैरीओवर स्टॉक्स का अनुमान लगाया है, जो पिछले सीजन के 10.64 मिलियन टन के मुकाबले 8.9 मिलियन टन है। राज्यवार उत्पादन और इथेनॉल के लिए भारी मात्रा में गन्ने के रस के डायवर्जन को ध्यान में रखा गया है। उत्तर प्रदेश में, मिलों को पिछले वर्ष के 3.70 लाख टन की तुलना में इथेनॉल उत्पादन के लिए 6.74 लाख टन चीनी का इस्तेमाल होने की उम्मीद है।