देश में गन्ना पेराई सत्र समाप्ति की ओर है। उत्तर प्रदेश को छोड़कर लगभग हर प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य में पेराई समाप्त हो चूका है। महाराष्ट्र में भी चीनी मिलों ने गन्ना पेराई संपन्न कर दिया है। महाराष्ट्र में इस पेराई सत्र के दौरान राज्य की मिलों ने 60.98 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जो कि 2018-19 सीजन में उत्पादित 107.20 लाख टन की तुलना में लगभग 46.20 लाख टन कम है। कोरोना संकट ने चीनी मिल की गति धीमी कर दी थी लेकिन इसके बावजूद चीनी मिलों ने इसका सामना कर पेराई जारी रखा था।
इस सीजन राज्य में कुल 146 चीनी मिलों ने गन्ना पेराई में भाग लिया था। इस सीजन राज्य की चीनी मिलों को सूखे और बाढ़ का सामना करना पडा था जिसके चलते चीनी उत्पादन में कमी आई है।
कोरोना संकट ने चीनी उद्योग को बड़ा परेशान किया है जिसके चलते अप्रैल और मई में चीनी बिक्री लगभग ठप हो चुकी थी जिसने मिलों के सामने राजस्व की समस्या भी पैदा की।
देश भर की चीनी मिलों की बात करे तो 1 अक्टूबर 2019 से 31 मई 2020 के बीच 268.21 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया है।
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