देश में चीनी मिलों द्वारा पेराई सीजन खत्म करना शुरू हो गया है और सत्र अंतिम चरण में पहुंच चूका है। चीनी उत्पादन पिछले सीजन के मुकाबले थोड़ा कम है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSF) के आकड़ों के मुताबिक, 31 मार्च 2024 तक, देश में 209 चीनी मिलों में पेराई सत्र 2023-24 शुरू है और 2950.14 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और अब तक 299.45 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है।
देश में कुल 535 चीनी मिलों ने पेराई सीजन में भाग लिया था जिसमे से अब तक 326 चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दिया है।
वही इस समय तक पिछले सीजन 2022-23 में 534 चीनी मिलों ने पेराई में भाग लिया था और 350 चीनी मिलें बंद हो गई थी। चीनी मिलों द्वारा अब तक 3052.56 लाख टन गन्ना पेराई कर 301.25 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ था।
देश में चीनी रिकवरी पिछले सीजन से ज्यादा है। देश में 31 मार्च 2024 तक औसत चीनी रिकवरी 10.15 प्रतिशत है जबकि इसी समय औसत चीनी रिकवरी पिछले सीजन में 9.87 प्रतिशत थी।
राज्यों में चीनी उत्पादन के मामलें में फिलहाल महाराष्ट्र आगे है और उसके बाद उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। महाराष्ट्र में अब तक 107.30 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है जबकि उत्तर प्रदेश में अब तक 97.10 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है। तीसरे नंबर पर कर्नाटक है।