नाशिक : चीनी मंडी
2019 – 2020 सीजन के दौरान अहमदनगर और नाशिक जिले की चीनी रिकवरी में लगभग डेढ़ से दो फीसदी की गिरावट हुई है। नाशिक जिले के कदवा सहकारी चीनी मिल की औसत रिकवरी सबसे ज्यादा लगभग 11.30 प्रतिशत है, और नगर जिले में अकोले तालुका की अगुस्ती सहकारी चीनी मिल लगभग 10.77 प्रतिशत रिकवरी के साथ सबसे उपर है। यटुेक चीनी मिल लगभग 8.13 प्रतिशत रिकवरी के साथ सबसे निचले पायदान पर है।
इस सीजन अहमदनगर, नाशिक जिलें में बहुत देरी से बारिश शुरू हुई, जिसका सीधा असर गन्ना फसल और चीनी रिकवरी पर दिखाई दे रहा है। इस सीजन में दोनों जिलों के चीनी रिकवरी में लगभग डेढ़ से दो फीसदी की गिरावट हुई है। रिकवरी के आधार पर मिलों द्वारा गन्ना भुगतान किया जा रहा है, लेकिन रिकवरी में गिरावट के कारण मिलों को काफी बड़ा नुकसान होने की संभावना है। इस साल गन्ना किसान भी आर्थिक रूप से प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
दोनों जिलों में इस सीजन केवल 16 चीनी मिलों ने पेराई सीजन में भाग लिया है, अन्य मिलें गन्ने की कमी कारण पेराई सीजन में हिस्सा नही ले पाई है। 13 फरवरी, 2020 तक तीन चीनी मिलों ने पेराई भी बंद कर दिया है। और अब अधिकांश चीनी मिलें भी आने वाले समय में पेराई बंद कर सकती है।
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