महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन की गति में रफ्तार देखने को मिल रही है। चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, सीजन 2021-22 में 28 दिसंबर, 2021 तक महाराष्ट्र में कुल मिलाकर 189 चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है। जिसमे 95 सहकारी एवं 94 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 447.88 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। राज्य में अब तक 431.61 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। राज्य में फ़िलहाल औसत चीनी रिकवरी 9.64 प्रतिशत है।
पुणे विभाग भी चीनी उत्पादन में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। 28 दिसंबर, 2021 तक पुणे विभाग में कुल मिलाकर 29 चीनी मिलों ने पेराई सत्र में भाग लिया है। जिसमे 16 सहकारी एवं 13 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 92.03 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। विभाग में अब तक 90.8 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। यहाँ चीनी रिकवरी 10 प्रतिशत के पास है। विभाग में फ़िलहाल औसत चीनी रिकवरी 9.87 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र में अब तक सबसे ज्यादा सोलापुर विभाग में 44 चीनी मिलों ने पेराई सत्र चालू किया है। चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, 28 दिसंबर, 2021 तक सोलापुर विभाग में फिलहाल 107.36 लाख टन गन्ना पेराई कर 93.66 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। और यहाँ चीनी रिकवरी 8.72 प्रतिशत है।
कोल्हापुर विभाग में चीनी रिकवरी 10 प्रतिशत के पार हो चुकी है और राज्य में सबसे ज्यादा चीनी उत्पादन भी कोल्हापुर विभाग में हुआ है। कोल्हापुर विभाग में फिलहाल 108.9 6लाख टन गन्ना पेराई कर 119.26 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। और यहाँ चीनी रिकवरी 10.95 प्रतिशत है।