नई दिल्ली : देश में 2021-22 सीजन अब पूरी क्षमता के साथ शुरू हुआ है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के मुताबिक, 30 नवंबर तक देश में 416 चीनी मिलें चालू थीं और उन्होंने लगभग 47.21 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। जबकि 30 नवंबर 2020 को 409 चीनी मिलों द्वारा 43.02 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया था। इस साल पिछले सीजन के इसी अवधि के उत्पादन की तुलना में 4.19 लाख टन अधिक है, जो कि इस सीजन में देश के पश्चिमी क्षेत्र में पहले गन्ने की पेराई शुरू होने के कारण है।
उत्तर प्रदेश में 30 नवंबर तक 101 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थीं और अब तक 10.39 लाख टन चीनी का उत्पादन कर चुकी हैं। पिछले साल नवंबर 2020 के अंत तक उत्तर प्रदेश में 111 चीनी मिलें पेराई कर रही थीं, जिन्होंने 12.65 लाख टन उत्पादन किया था।
महाराष्ट्र में, 172 चीनी मिलों ने 30 नवंबर 2021 तक पेराई का काम शुरू कर दिया है, जबकि पिछले साल की इसी तारीख को 158 चीनी मिलों का संचालन हुआ था। 30 नवंबर 2021 तक, राज्य में चीनी का उत्पादन 20.34 लाख टन था, जबकि 30 नवंबर 2020 तक राज्य में 15.79 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। महाराष्ट्र में पहले पेराई की शुरुआत और गन्ने की उच्च उपलब्धता के कारण सबसे ज्यादाचीनी उत्पादन हुआ है।
कर्नाटक में, 30 नवंबर, 2021 तक 66 चीनी मिलें पेराई कर रही थीं और 12.76 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया था। इसकी तुलना में पिछले वर्ष 30 नवंबर, 2020 तक 63 चीनी मिलें चल रही थीं, जिन्होंने 11.11 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। गुजरात में, 30 नवंबर तक 15 चीनी मिलें चालू हुई है और उन्होंने 1.66 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। इतनी ही संख्या में मिलें 30 नवंबर, 2020 को पेराई कर रही थीं और उन्होंने 1.65 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।
अन्य सभी राज्यों में पेराई का कार्य भी शुरू हो गया है और पेराई की गति तेज हो रही है। अन्य राज्यों में लगभग 62 चीनी मिलें काम कर रही हैं, जिन्होंने 30 नवंबर 2021 तक 2.06 लाख टन का उत्पादन किया है, जबकि पिछले सीजन में 1.82 लाख टन था, और 30 नवंबर, 2020 तक इतनी ही संख्या में मिलें चल रही थीं।
मिलों द्वारा दी गई जानकारी और इस्मा द्वारा किए गए अनुमानों के अनुसार, चालू सीजन के पहले महीने यानी अक्टूबर, 2021 में सरकार द्वारा दिए गए 24 लाख टन के घरेलू बिक्री कोटा के मुकाबले कुल बिक्री लगभग 24.50 लाख टन हुई है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने 2.5 लाख टन के अतिरिक्त कोटे की बिक्री की समय अवधि को बढ़ाकर 31 अक्टूबर, 2021 तक कर दिया था।
बाजार की रिपोर्ट और बड़े व्यापारिक समूहों से एकत्र की गई जानकारी के अनुसार, वर्तमान सीजन 2021-22 में लगभग 35 लाख टन चीनी निर्यात के अनुबंध पहले ही किए जा चुके हैं। इनमें से अधिकांश अनुबंधों पर तब हस्ताक्षर किए गए थे जब वैश्विक चीनी की कीमतें कच्ची चीनी के प्रति पाउंड 20-21 सेंट थीं। हालांकि, वैश्विक चीनी की कीमतें अब लगभग 18.6 सेंट प्रति पाउंड के करीब है, जिसके चलते भारतीय चीनी मिलें निर्यात अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने के लिए आगे नहीं आ रही हैं। OMCs ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2021-22 (दिसंबर-नवंबर) के लिए अक्टूबर 2021 के अंत में 459 करोड़ लीटर के लिए बोलियां आमंत्रित कीं है।12 नवंबर 2021 को बोलियां खोली गईं, जिसमें एथेनॉल निर्माताओं द्वारा एथेनॉल आपूर्ति के लिए लगभग 414 करोड़ लीटर बोली की पेशकश की गई थी।