मुंबई: चीनी शेयरों ने शुक्रवार के सत्र में ऊपरी सर्किट की सीमा को पार किया। द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज और डालमिया भारत शुगर इंडस्ट्रीज के शेयर गुरुवार को 5-5 फीसदी की तेजी के साथ क्रमश: 78.40 रुपये और 475 रुपये पर पहुंच गए। मगध शुगर एंड एनर्जी 4 फीसदी उछलकर 340 रुपये पर पहुंच गया, जबकि ईआईडी पैरी इंडिया 2 फीसदी की तेजी के साथ 417.70 रुपये पर पहुंच गया। मवाना शुगर्स, केसर एंटरप्राइजेज, पिकाडिली शुगर एंड एलाइड इंडस्ट्रीज, इंडियन सुक्रोज, रीगा शुगर कंपनी, पार्वती स्वीटर्स एंड पावर, दावणगेरे शुगर कंपनी और सिंभावली शुगर्स जैसे छोटे चीनी शेयरों ने भी प्रत्येक में 5 प्रतिशत की ऊपरी सर्किट सीमा को छुआ।
इस क्षेत्र में केंद्र सरकार के इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम से संरचनात्मक विकास देखा जा सकता है। भारत में आक्रामक डिस्टिलरी क्षमता वृद्धि के साथ, चीनी कंपनियों को अगले तीन वर्षों में मजबूत आय वृद्धि होने की संभावना है। साथ ही आने वाले महीनों में चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। पिछलें चार महीनों में चीनी स्टॉक 2-4 गुना बढ़ गये है। जून में, सरकार ने इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम के लिए एक रोडमैप जारी किया, जो स्पष्ट रूप से ओएमसी, ऑटो ओईएम, चीनी और संबंधित उद्योगों के लिए सभी महत्वपूर्ण कारकों और दिशानिर्देशों को निर्धारित करता है। चीनी उद्योग 6 मिलियन टन समकक्ष चीनी को इथेनॉल उत्पादन की ओर मोड़ देगा। इससे चीनी इन्वेंट्री कम हो जाएगी और घरेलू चीनी की कीमतें ऊपर की ओर बढ़ेंगी।
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