पुणे: महाराष्ट्र स्टेट को – ऑपरेटिव्ह बैंक द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ‘साखर परिषद 20-20’ का आज दूसरा दिन है। आज चीनी उद्योग से जुडी समस्याओं पर विचारविमर्श हुआ और उसका समाधान कैसे निकला जाए इस पर भी चर्चा हुई।
नेशनल फेडरेशन ऑफ़ कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी संचालक श्री प्रकाश नाईकनवरे ने भी इस कार्यक्रम में सहभाग लिया।
उन्होंने कहा सरकार उद्योग को दी जाने वाली चीनी को उच्च दर पर और खुदरा या घरेलू उपयोग के लिए चीनी को कम दरों पर बेचने का निर्णय ले रही है सरकार इस बारे में सकारात्मक है और जैसे ही यह निर्णय लिया जाएगा चीनी मिलें और किसान इससे लाभान्वित होंगे।
श्री नाईकनवरे ने कहा, “पिछले कई वर्षों से चीनी को अच्छी किम्मत नहीं मिल रही है। घरेलू और उद्योग के लिए समान दर से चीनी दिए जाने के
कारण चीनी मिलें और गन्ना किसान दोनों को नुकसान हो रहा है। इसलिए ऐसी मांग की जा रही थी की उद्योग को लगने वाले चीनी को ज्यादा दाम होना चाहिए और घरेलू उपयोग के लिए चीनी का कम दाम होना चाहिए। इस मांग के अनुसार, अब उद्योग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीनी पर ज्यादा कर लगे, सरकार ऐसी योजना पर काम कर रही है। इसी बीच, यह भी योजना बनाई जा रही है की घरेलू उपयोग के लिए चीनी के बैग का रंग अलग और उद्योग के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चीनी के बैग का रंग अलग हो।”
जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा जिसका फायदा गन्ना किसान समेत चीनी उद्योग को भी होगा।
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