लखनऊ: गन्ना एवं चीनी आयुक्त श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि इस बार गन्ने के शुद्ध सर्वेक्षण के उपरान्त गन्ने के क्षेत्रफल में पिछले वर्ष के गन्ना क्षेत्रफल के मुकाबले इस वर्ष लगभग 4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। प्रदेष में वर्ष 2019-20 में गन्ने का क्षेत्रफल 26.79 लाख हेक्टेयर था, जिसमें पौधा गन्ना क्षेत्रफल 13.31 ला.हे. व पेड़ी गन्ना क्षेत्रफल 13.48 ला.हे. है। वर्तमान वर्ष 2019-20 में पौधा गन्ना क्षेत्रफल गत् वर्ष के सापेक्ष 11.97% कम रहा एवं पेड़ी गन्ना क्षेत्रफल 5.13% अधिक रहा। प्रदेष का इस वर्ष 2019-20 में कुल गन्ना क्षेत्रफल गत् वर्ष के सापेक्ष 4.12% की कमी के साथ 26.79 ला.हे. आकलित किया गया है।
गन्ना आयुक्त द्वारा यह भी बताया गया कि नई चीनी मिल की स्थापना एवं चीनी मिलों की टी.सी.डी. क्षमता के बढाये जाने के कारण गत् वर्ष 2018-19 के सापेक्ष इस वर्ष 2019-20 में गन्ना क्षेत्रफल में सर्वाधिक वृद्धि वाला जिला-गोरखपुर में 43.53%, देवरिया में 18.39%, मेरठ में 14.25%, शामली में 13.88% एवं आजमगढ़ में 10.93% रही। साथ ही कुछ जिलों में किसानों में दूसरे फसलों में रूझान बढने के कारण गत् वर्ष के सापेक्ष गन्ना क्षेत्रफल की सर्वाधिक कमी मथुरा 62.43%, अलीगढ़ 33.31%, बदाॅंयू 32.85%, जौनपुर 29.46% एवं एटा 25.06% की कमी ऑकी गई है।
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