नया पेराई सीजन शुरू हो गया है और सरकार यह सुनिश्चित कर रही है की मिलों द्वारा पीछले सीजन का बकाया जल्द से जल्द चुकाया जाए और साथ ही वर्तमान सीजन में गन्ना भुगतान में कोई देरी ना हो।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गन्ने और चीनी को लेकर उचित सरकारी नीतियों से चीनी मिलों ने लगभग 1.09 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया है और इस प्रकार चीनी सीजन 2022-23 के 95 प्रतिशत से अधिक गन्ना बकाया का भुगतान किया है, जबकि पिछले सीजन के 99.9 प्रतिशत गन्ना बकाया का भुगतान किया गया है। इस प्रकार गन्ने का बकाया अब तक के न्यूनतम स्तर पर है और शेष बकाया राशि को भी जल्द से जल्द चुकाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
एथेनॉल पर सरकार का कहना है की, ईएसवाई 2022-23 में भारत ने लगभग 43 एलएमटी चीनी को एथेनॉल की ओर डाइवर्ट कर दिया है। इससे चीनी आधारित डिस्टिलरी को लगभग 24,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। इस राजस्व से चीनी उद्योग को समय पर किसानों के गन्ने के बकाये का भुगतान करने तथा चीनी क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता मिली है।